holi -indian festival
holi -indian festival
होली की हँसी-ठिठोली
हर शाख पर उल्लू बैठा है |
वो शमां क्या बुझे जिसे रोशन खुदा करें वक़्त से पहले मौत भी कुछ नहीं बिगड़ सकती |
मुझसे पन्गा मत ले …. मै जो कहता हूँ ,वह करता नहीं हूँ |
जो कहता नहीं हूँ ,वो जरूर करता हूँ
आ ….. शेर मुझे मार |
मौत को गले कैसे लगाते है ? |
बुरा न मानो होली है |
बिहार में राज करेगा लालू
समोसे में अब भी है आलू
मगर ,बिहार से गायब हो गया लालू
ओ यार ,
क्यों कहते हो मुझे रंगा सियार
मैंने भी किया कुर्सी से प्यार
तो क्या मै हो गया गुनहगार
शादी शुदा भी छोड़ देते है
अपनी पहली को
जब किसी दूसरी से हो जाता है प्यार
मैंने भी अपने आदर्श और सिध्दांत छोड़ दिए
बुरा ना मानो होली है |
तो इसमें बुरा क्या है यार
राजनीति और प्यार में
सब जायज है यार
मै सपनो का सौदागर
मै सपनो का सौदागर
जी हाँ ,मै सपने बेचता हूँ
सपने बेचता हूँ
और वोट खरीदता हूँ
५६ इंच का सीना है मेरा
हर रोज एक नया सब्ज बाग़ दिखलाता हूँ
कभी नोट बंदी ,तो कभी जी एस टी का
स्टंट दिखलाता हूँ
तो कभी सर्जिकल स्ट्राइक कर
बाहुबली बन जाता हूँ
बुलेट ट्रैन तो क्या
आसमां से तारे तोड़ लाएंगे
पंजे वालों को साठ साल दिए
मुझे साठ महीने और दो
हर पंजे में कमल पकडायेगे
मन को मोह न था कुर्सी से
बुरा देखा ,बुरा सुना ,पर कुछ ना बोला
पी एम की कुर्सी से
मै दहाड़ता हूँ उसी कुर्सी से
दक्षिण के सूखे तालाब में
कमल खिलाऊंगा
हर जुबाँ से नमो नमो कहलवाऊंगा
बुरा ना मानो होली है ,यह तो बस हँसी ठिठोली है |
समझ रहे जिसे सब पप्पू
वे कह रहे है
चलवा देंगे कमल वालों को चप्पू
चढाई है अभी तो बाँहें कुहनी तक
चढ़ गयी बाहें जिस दिन कुहनी से ऊपर
लोग कहने लगेंगे
पप्पू हो गया सुपर
महावती का हाथी
साइकिल पर बैठ गया
साइकिल मुलायम थी
बुरा ना मानो होली है |
पिचक गई
हाथी ज़मीन में धँस गया
वहां गड्डा हो गया
जहाँ गड्ढा हुआ ,
वहां एक योगी प्रकट हुआ
सबको आश्चर्य हुआ
योगी ने
गड्ढे में कमल खिला दिया
होली का सन्देश
होली आई … होली आई
होली का मतलब
हाथों में पिचकारी हो
न खंजर हो ,न लहू -लुहान मंज़र हो
बस ,रंगों का अम्बर हो
होली खून की नहीं ,रंगों की हो
पानीआँखों का नहीं
बारिश का हो
गुस्से से भरा ना कोई गाल हो
हर चेहरा लाल गुलाल हो
एक नहीं , कुछ नहीं
सभी मस्त हाल हो
यही समझाने होली आई
समझो भाई ,समझो भाई
न छुरा हो. न बुरा हो
न कोई ख्वाब अधूरा हो
न असुर ,न सुरा हो
कल सबका सुनहरा हो
होली का मतलब
समझो भाई ,समझो भाई
मर्दानगी
किसी को रुलाने में नहीं
हैवान रुलाते है
इंसान हँसाते है
यही समझने -समझाने को
होली आई .. होली आई
होली का मतलब
समझो भाई ,समझो भाई
No Comments