new year ,मैं समय हूँ
मैं समय हूँ
मैं समय हूँ……
count down शुरू हो गया है new year का …अधिकांश लोगों ने तो मेरे wel-come की तैयारियां भी कर ली है ,लेकिन मुझे आज बात करनी है उन लोगों से ,जो पूरे साल मुझे खर्च करते रहे….. मेरे बेशकीमती मोतियों को काँच की तरह लुटाते रहे . अपनी गलतियों को छुपाने के लिए मुझे भला-बुरा कह रहे है .वे मुझ पर blame लगा रहे है ,मै बहुत बुरा हूँ ..मै क्रूर हूँ …मै निर्दय हूँ ..मै किसी का सगा नहीं हूँ ..मैंने उन्हें तबाह कर दिया ..बरबाद कर दिया ….कोई कह रहा है ,मै जल्दी-जल्दी चलता हूँ ,कोई कह रहा है ,मै धीरे-धीरे चल रहा हूँ ,कोई कह रहा है ,मै ठहर गया हूँ .ये सारे आरोप बेबुनियाद है ,मिथ्या है
मुझे बड़ी पीड़ा होती है ,जब कोई मुझ पर ऐसे अनगर्ल आरोप लगते है .मै ऐसे लोगों को बताना चाहता हूँ कि न मै बहुत बुरा हूँ ..न मै क्रूर हूँ …न मै निर्दय हूँ ..यह ठीक है कि मै किसी का सगा नहीं हूँ,लेकिन मै पक्षपाती भी नहीं हूँ ..मैंने न उन्हें तबाह किया और न ..बरबाद ,अगर वे तबाह हुए है …बरबाद हुए है तो सिर्फ और सिर्फ खुद की गलतियों से . न मै जल्दी चलता हूँ और न धीरे ….और न किसी के लिए ठहरता हूँ .मै तो सिर्फ अपनी चाल से चलता हूँ .८ घंटे तुमने काम किया …… ८ घंटे तुमने सोने में बीता दिए , बाकी ८ घंटे क्या किया ?यह सोचा कभी ?
मुझ पर आरोप लगाने से पहले ऐसे लोग यह क्यों नहीं सोचते कि भगवान ने उन्हें भुजबल के साथ –साथ बुध्दिबल भी प्रदान किया है .क्यों नहीं वे मेरा सदुपयोग करते है .मै यदि मुफ्त में उपलब्ध हूँ ,तो इसका मतलब यह तो नहीं कि वे मेरा दुरुपयोग करें .यदि वे मेरा सम्मान नहीं करते ,तो मै क्यों उनका सम्मान करूँ ? इतिहास उठाकर देख ले, जिन –जिन लोगो ने मेरा सम्मान किया ,मैंने उन्हें ज़मीं से उठाकर आसमान की उचाईयों पर पहुंचा दिया . दुनिया में जितने भी महान लोगों ने दौलत –शौहरत पाई है ,उनकी कोशिशों के साथ –साथ मैंने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है .
मै बहुत बड़ा भी हूँ और बहुत छोटा भी ,लेकिन यह बात वही जान सकता है ,जिसने मेरा भरपूर उपयोग किया हो .
जो मुझे छोड़कर शेष सारे कार्य planning करके करता है ,मै उसके सारे plan पर पानी फेर देता हूँ .एक बात जो मुझे पुरजोर शब्दों में इन्सान से कहनी है, वह यह कि इन्सान के जीवन जीवन में जीतनी भी महत्वपूर्ण चीजे है –उसमे मै यानि समय सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हूँ .मुझे खोने का मतलब है –अपनी सबसे अमूल्य वस्तु खो देना .बेंजामिन फ्रेंकलिन ने मुझे बहुत नजदीक से पहचाना। देखिये कितने सटीक ढंग से परिभाषित किया है उन्होंने मुझे -समय आपके जीवन का सिक्का है। आप ही को यह तय करना है कि मुझे कहाँ और किस तरह खर्च करना है। सावधान रहो। अन्यथा इसे कोई और खर्च कर देंगा।
जीवन में यदि कुछ बनने की या कुछ पाने की चाहत है ,तो सबसे पहले मेरा सम्मान करना सीख लो ,फिर देखो –मै तुम्हे क्या नहीं दे सकता ?
मुझे साथ लेकर चलोगे तो तुम्हारा आधा काम तो मै ही पूरा कर दूंगा .तुम मुझसे आगे चलकर भी कुछ नहीं पा सकोगे और न मुझसे पीछे रहकर ,मुझे साथ रखकर ,मेरे साथ-साथ चलकर ही तुम अपने mission में sucsses हो सकते हो .सपने देखते रहनेवालों और जो हो गया उसका रोना रोनेवालों से मुझे बहुत चिढ है
कुछ लोग मेरा इंतजार करते है ,यह सोच कर कि शायद मै उनके लिए कहीं से आऊंगा ,लेकिन वे नहीं जानते कि मै उनके ही साथ था ,वह मुझे पहचान ही नहीं पाए .मै उनसे दूर था या यूं कहो कि मै उनके पास नहीं था ,यह रोना वही लोग रोते है ,जिन्होंने मेरी planning नहीं की .
मनुष्य को अपने बुध्दिबल और भुजबल पर बड़ा घमंड है ,वह किसी भी चीज को छोटा या बड़ा बना सकता है .लेकिन मै दावे से कह सकता हूँ कि अपने को बाहुबली समझनेवाला मनुष्य मेरा नैनो पार्ट भी कम अथवा ज्यादा नहीं कर सकता .
मनुष्य को इस विषय पर ज्यादा सोचने की आवश्यकता है कि मै उसके पास जितना समय रहा ,उसने मेरा कितना अधिकतम सार्थक उपयोग किया ?
मै तो बीज की तरह हूँ ,मुझे बोते जाओ ,फसल काटते जाओ ,यदि बाँध कर रख दिया तो सड़-गल कर नष्ट हो जाऊंगा .मै अपने बारे में एक बात दावे से कहूँगा ,वह यह कि तुम अपनी सारी दौलत लुटा कर भी ,फिर से उतनी दौलत पा लोगे ,लेकिन मुझे खोकर ,खोये हुए का एक पल भी नहीं पा सकोगे।
मुझ से बेहतर सलाहकार कोई और नहीं होगा। एक मुफ्त की सलाह दूंगा -यदि भविष्य को खुशहाल बनाना चाहते हो तो मेरे वर्तमान का एक -एक पल को सार्थक काम में लगा दो।
नया साल शुरू होने वाला है …. नए साल की planning कर लो….…. एक नए संकल्प के साथ ..जिस तरह नया घर बनाते समय नक्शा बनाते हो ,वैसे ही पूरे साल का नक्शा आज ही बना लो …. कब और किस समय क्या करना है ….. वरना फिर मुझे ही दोषी ठहराओगे ।मै विश्वास दिलाता हूँ ,यदि तुमने दृढ़ता से अपने संकल्प का पालन किया तो निश्चित ही तुम्हारा new year यथार्थ रूप में happy होगा … मै अपना १००% दूँगा। .वायदा है मेरा।
भावनाओं से थोड़ा ऊपर उठो ,केवल दूसरों के औपचारिक रूप से हैप्पी ईयर कहने मात्र से ईयर
हैप्पी नहीं हो जाएगा । प्रयास करने होंगे …. कोशिश करनी होगी ….. effort लगाने होंगे …..comfort zone में रहकर तो ,जैसे थे ,वैसे ही रहोगे। मै कोई हवा का झोंका नहीं जो खिड़की के रास्ते घुस आऊंगा या नदी की लहर की तरह किनारे आकर तुम्हारे चरणों का प्रक्षालन करूँगा तुम्हे उठाना होंगा ,तुम्हे मेरे साथ-साथ चलना होगा ,मेरी गति से … मै हर वह चीज़ दूंगा ,जो तुम अपने लिए चाहते हो। यदि हाँ ,तो चलो मेरे साथ ,अभी ,इसी वक़्त ..
हैप्पी नहीं हो जाएगा । प्रयास करने होंगे …. कोशिश करनी होगी ….. effort लगाने होंगे …..comfort zone में रहकर तो ,जैसे थे ,वैसे ही रहोगे। मै कोई हवा का झोंका नहीं जो खिड़की के रास्ते घुस आऊंगा या नदी की लहर की तरह किनारे आकर तुम्हारे चरणों का प्रक्षालन करूँगा तुम्हे उठाना होंगा ,तुम्हे मेरे साथ-साथ चलना होगा ,मेरी गति से … मै हर वह चीज़ दूंगा ,जो तुम अपने लिए चाहते हो। यदि हाँ ,तो चलो मेरे साथ ,अभी ,इसी वक़्त ..
No Comments