आशा – hope

जिसके पास आशा है ,वह लाख बार हार कर भी नहीं हारता
जिसके पास आशा है ,उसके पास सब कुछ है
जहाँ सब कुछ खत्म हो जाता है ,वहां से आशा शुरू होती है।
आशा प्रयत्नशील के लिए अमृत है तो आलसियों के लिए ज़हर
निराशा
हार मान कर बैठे हुए के लिए कुछ भी नहीं किन्तु उत्साही के लिए कुछ भी पाना असम्भव नहीं
निराशा का गहरा धक्का दिमाग को वैसा ही शून्य बना देता है ,जैसे लकवा शरीर को
निराशा मूर्खता का परिणाम है ,निर्बलता का चिह्न है ,अभिशाप है.,और जो हो सकता है ,उससे भी वंचित कर देती है
परिश्रम
बिना परिश्रम के कुछ नहीं पाया जा सकता। परिश्रम वह चाबी है ,जो किस्मत का दरवाजा खोल देती है।
श्रम का अर्थ होता है -मेहनत ,जिसमे शारीरिक बल का प्रयोग होता है। जिससे सिर्फ रोटी का जुगाड़ हो सकता है किन्तु परिश्रम में शारीरिक बल के साथ बुद्धि का भी प्रयोग होता है ,जिससे सब कुछ पाया जा सकता है
गलती
सच्चा मनुष्य वही है जो अपनी गलती को स्वीकार ले ,फिर उसे त्यागकर अपने में सुधार कर ले
गलती- एक अवसर है ,एक गुरु है ,एक पथ प्रदर्शक है ,जो असफलता के कारन कारण की तरफ इशारा कराती है
गलती करने वाला मूर्ख नहीं ,गलती करके गलती को ना सुधारने वाला मूर्ख है
कार्य
ऐसा काम ,काम नहीं ,मूर्खता है जिसका कोई अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं होता। ऐसा काम करना वैसी ही मूर्खता है ,जैसे फूटे बर्तन में कुए से पानी निकाल कर भरना।रेत में धंसी कार का इंजन चालू करने पर कार के पहिए घूमेंगे तो ज़रूर पर कार आगे नहीं बढ़ेगी। कोई भी काम तब तक काम नहीं हो सकता जब वह पूर्व अवस्था में परिवर्तन नहीं करता।
आसमान छूना ,फूँक से पहाड़ उड़ाना ,समुन्द्र लांघना ,समुन्द्र पी जाना ,पत्थर निचोड़ कर पानी पी जाना यह वाक्य पढ़ने-सुनने और भाषण -उपदेश देने में तो सुंदर लगते है किन्तु संभव नहीं। काम वो करो जो संभव हो और जो किया जा सकता हो ,जिसका होना संभव हो ,उस काम में अपनी पूरी ताक़त लगा दो.
बिना सोचे समझे काम करना और सिर्फ सोचते रहना ,दोनों अच्छे अवसरों को गवां देती है
आत्म -विश्वास
आत्मविश्वास जैसा कोई दूसरा मित्र नहीं। आत्मविश्वास ही सफलता की पहली सीढ़ी है
आत्म विश्वासी समुन्द्र के बीचोबीच जहाज नष्ट होने पर भी तैरकर उसे पार कर लेता है
आत्म विश्वास ,मनुष्य को उसकी अन्तर्निहित शक्तियों से परिचित से परिचित करता है और नए सिरे से शुरूआत करने की प्रेरणा बनता है
Podcast: Play in new window | Download







No Comments
Warning: Undefined variable $consent in /home2/hindihindustani/public_html/wp-content/themes/hawthorn/comments.php on line 49