होली आई … होली आई
holi -hindi poem
होली आई … होली आई
होली आई … होली आई
होली का मतलब
हाथों में पिचकारी हो
न खंजर हो ,न लहू -लुहान मंज़र हो
बस ,रंगों का अम्बर हो
होली खून की नहीं ,रंगों की हो
पानीआँखों का नहीं
बारिश का हो
गुस्से से भरा ना कोई गाल हो
हर चेहरा लाल गुलाल हो
एक नहीं , कुछ नहीं
सभी मस्त हाल हो
यही समझाने होली आई
समझो भाई ,समझो भाई
न छुरा हो. न बुरा हो
न कोई ख्वाब अधूरा हो
न असुर ,न सुरा हो
कल सबका सुनहरा हो
होली का मतलब
समझो भाई ,समझो भाई
मर्दानगी
किसी को रुलाने में नहीं
हँसाने में है भाई
हैवान रुलाते है
इंसान हँसाते है
यही समझने -समझाने को
होली आई .. होली आई
होली का मतलब
समझो भाई ,समझो भाई
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