बापू के प्रति 1 तुम मांसहीन, तुम रक्तहीन हे अस्थिशेष! तुम अस्थिहीन, तुम शुद्ध बुद्ध आत्मा केवल । हे चिर पुराण! हे चिर नवीन! भावार्थ – सुमित्रा…
12th UP• today
बापू के प्रति 1 तुम मांसहीन, तुम रक्तहीन हे अस्थिशेष! तुम अस्थिहीन, तुम शुद्ध बुद्ध आत्मा केवल । हे चिर पुराण! हे चिर नवीन! भावार्थ – सुमित्रा…